Play
V.M. Mahalingam
Moothakudi
Prakash Chandra
चेहरे पे उभरा जो दर्द
आशिक़ी के रंग हैं
न जाने क्यों ख़फ़ा हुए
बड़े प्यार से देखा तुमने
ज़रा ख़ुश रहना सीख लो
मैंने दिल त ुझको दिया
तेरे मेरे सपने
Pooja Nayal Bisht, Prakash Chandra
O Paruwa Bojyu
गज़ल का फ़लसफ़ा
किसी ने कहा-सुना नहीं
Jagadeesh Kumar Balraj, Srivardhini
Balaji Sri, Padmalatha
मौसम का इशारा
तुम्हारे पास से जो गुज़रेंगे
कहां ख़्यालों का सिलसिसा थमा
हमें भी देख लेना
यूं महफ़िल में बदनाम करते हो
आंखों से न बहे नीर वे
मोहब्बत में रोना भी पड़ता है
prakash chander
Gajanan Ganesh Har Lo
दिल दिल्लगी करे
मां-बाप का दुलारा