
" ऐ मेरे वतन के लोगो, ज़रा आँख में भर लो पानी...."
Episode · 188 Plays
Episode · 188 Plays · 16:25 · Jan 24, 2023
About
शोध व आलेख : सुजॉय चटर्जी स्वर : सुमेधा  अग्रश्री  प्रस्तुति : संज्ञा टण्डन नमस्कार दोस्तों, ’एक गीत सौ अफ़साने’ की एक और कड़ी के साथ हम फिर हाज़िर हैं। फ़िल्म-संगीत की रचना प्रक्रिया और विभिन्न पहलुओं से सम्बन्धित रोचक प्रसंगों, दिलचस्प क़िस्सों और यादगार घटनाओं को समेटता है ’रेडियो प्लेबैक इण्डिया’ का यह साप्ताहिक स्तम्भ। विश्वसनीय सूत्रों से प्राप्त जानकारियों और हमारे शोधकार्ताओं के निरन्तर खोज-बीन से इकट्ठा किए तथ्यों से परिपूर्ण है ’एक गीत सौ अफ़साने’ की यह श्रॄंखला। आज के अंक के लिए हमने चुना है वर्ष1963 में बना कालजयी देशभक्ति गीत "ऐ मेरे वतन के लोगो, ज़रा आँख में भर लो पानी"। लता मंगेशकर और साथियों की आवाज़ें, कवि प्रदीप के बोल, और सी. रामचन्द्र का संगीत। इस गीत की रचना कवि प्रदीप ने कैसे की? लता जी और सी. रामचन्द्र साथ में इस गीत का रिहर्सल क्यों नहीं कर पाये और लता जी ने फिर यह गाना कैसे सीखा? 27 जनवरी नैशनल स्टेडियम के जल्से की बुकलेट पर इस गीत से सम्बन्धित क्या छापी गई? जल्से में इस गीत के अलावा लता जी ने कौन सा अन्य गीत गाया? जल्से के बाद लता जी को तुरन्त बम्बई क्यों लौटना पड़ा? हाल ही में गायिका उषा तिमोथी ने कैसा बड़ा दावा पेश किया और कवि प्रदीप की सुपुत्री मितुल प्रदीप ने उस दावे का क्या जवाब दिया? ये सब आज के इस अंक में।
16m 25s · Jan 24, 2023
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